पंचायत सचिव अभ्यर्थी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुलाकात बहुत लंबी तो नहीं रही लेकिन करीब 5 मिनट की इस मुलाकात में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पंचायत सचिव अभ्यर्थियों को आश्वस्त कराते हुए कहा कि सरकार आप के मामले को देख रही है इसलिए वह परेशान नहीं हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेंशन बुढ़ापे का सहारा माना जाता है। कुछ कारणों से आप सरकारी कर्मियों से पेंशन रूपी सहारे की लाठी को छीन लिया गया था परंतु हमारी सरकार ने आपको उस लाठी को देने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरी में आने के बाद कर्मियों
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार जल्द ही राज्य में 1932 का खतियान लागू करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 1932 का खतियान और ओबीसी के मामले में जल्द आगे बढ़ने वाली है। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि 1985 पर आधारित स्थानीयता पूर्
बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विश्वास मत लाया ही क्यों कहा। इसका औचित्य क्या था। विश्वास मत किन परिस्थितियों में लाया जाता है। यदि विपक्ष आपके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए। राज्यपाल इसका निर्देश दे या सुप्रीम कोर्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में आपकी सेवा अवधि को विस्तार देने की जरूरत नहीं पड़े। आपके लिए क्या बेहतर हो सकता है? इस दिशा में सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। मैं आशान्वित हूं कि आपका भविष्य बेहतर होगा। मुख्यमंत्री ने आज सहायक पुलिस कर्मियों को स
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत प्रभावित सुपात्र व्यक्तियों की चिकित्सा हेतु विभागीय स्तर से चिकित्सा सहायता अनुदान की राशि 5.00 लाख रूपये को बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने एवं पूर्व से स्वीकृत असाध्य रोगों की सूची में अन्य असाध्य रोगो
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्पीकर रविंद्रनाथ महतो सहित झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे के सभी मंत्री रांची में ही हैं। यही नहीं, दुमका विधायक बसंत सोरेन, लोबिन हेंब्रम और सविता महतो भी रायपुर नहीं गए। कांग्रेस के 3 विधायक, डॉ. इरफान अ
गौरतलब है कि आज दोपहर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे। यहां, दोनों ही पार्टियों के कई नेता मौजूद थे लेकिन बैठक में केवल अविनाश पांडेय और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही मौजूद रहे। पार्टी प्रवक्ताओं ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया लेकिन बंद कमरे म
गौरतलब है कि प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच दिन के 11 बजे यूपीए विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। बैठक के बाद सभी विधायकों को 3 बसों के जरिए मुख्यमंत्री आवास के पीछे वाले दरवाजे से निकाला गया। इस दौरान स्कॉट वाहन भी बसों के आगे-पीछे चल रहा था। अब तक ये त
शुक्रवार की शाम को आयोजित यूपीए विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि अभी तक राजभवन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। मैंने जो भी सुना है वो मीडिया से सुना है। आधिकारिक ऐलान होने क
गिरिडीह के बगोदर से भाकपा (माले) के विधायक विनोद सिंह ने मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की। गौरतलब है कि सरकार गठन के समय से ही विनोद सिंह ने महागठबंधन सरकार को अपना समर्थन दे रखा है। चर्चा है कि विनोद सिंह ने सियासी संकट के बीच सरका
दरअसल, कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े खनन पट्टा लीज मामले में केंद्रीय निर्वाचन आयोग का फैसला आ चुका है। कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द कर दी गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट विधानसभा सीट से विधायक ह